शाम ढलते ढलते 150 किलोग्राम और....ddnewsportal.com
शाम ढलते ढलते 150 किलोग्राम और....
पांवटा साहिब मे गुरूवार का दिन नशा माफिया के लिए काला, पुलिस की बड़ी कामयाबी, यमुना किनारे डेढ़ क्विंटल और भुक्की बरामद, सुबह पकड़ी गई थी 2 क्विंटल की खेप
गुरूवार का दिन पांवटा पुलिस के लिए जहां बड़ी कामयाबी का दिन रहा वहीं नशा माफिया के लिए काला दिन साबित हुआ। पुलिस ने दो चरणों मे कुल 350 किलोग्राम चूरापोस्त बरामद कर एक तरह से नशा माफिया की जैसे कमर ही तौड़ दी। सुबह की जानकारी तो हम आप तक पंहुचा ही चुके हैं
जिसमे पुलिस ने ट्रक से 200 किलोग्राम चूरापोस्त बरामद किया था। अब शाम ढलते ढलते 150 किलोग्राम भुक्की और पकड़ी गई है। यह भी उसी ट्रक से उतारकर यमुना नदी के किनारे पंहुचाई गई थी जहां संभवतः इन कट्टों को जमीन मे दबाने की योजना थी। लेकिन इस बार पुलिस ने नशा तस्करों के मंसूबों पर पूरी तरह से पानी फेर दिया है।
जानकारी के मुताबिक पांवटा साहिब में पुलिस विभाग ने नशा माफिया पर बड़ा वार किया है। यहां सुबह एक ट्रक से 200 किलोग्राम चुरा पोस्त भुक्की पकड़ी गई थी। वही शाम में पुलिस ने यमुना किनारे जमीन के अंदर छुपाई लगभग 150 किलो चुरा पोस्त बरामद की है। पुलिस के सूत्रों को पता चला था कि ट्रक से 200 किलो भुक्की पकड़ी गई थी उसी ट्रक से कुछ कट्टे यमुना किनारे क्षेत्र में जमीन के अंदर छुपा दिए गए थे। काफी मशक्कत के बाद पुलिस की टीम ने यहां भुक्की से भरे कट्टे बरामद किए हैं। इस अभियान को अंजाम देने के पांवटा साहिब के अलग-अलग थानों के पुलिस कर्मियों की टीमें बनाई गई थी। पुलिस को अभी कुछ और भी माल छुपाया होने की उम्मीद है। वहीं क्षेत्र में सर्च अभियान चलाने के बाद भी भुक्की की खेप अभी
बरामद हो सकती है। वहीं पुलिस मामले की जांच में जुटी है कि जिस व्यक्ति ने उपरोक्त गाड़ी में यह माल भेजा था तथा जिस व्यक्ति को यह माल सप्लाई किया जाना था वह इस पूरे गिरोह को किस प्रकार चला रहे थे। जल्द ही पुलिस इस मामले मे गिरफ्तारियां भी कर सकती है।
हिस्ट्री शीटर पुलिस के राडार पर है। मामले की पुष्टि करते हुए डीएसपी बीर बहादुर सिंह ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। डेढ़ सौ किलोग्राम और भुक्की यमुना नदी के किनारे से बरामद हुई है जो कि ट्रक में से उतारकर छुपा दी गई थी। यह मोड्स ऑफ ऑपरेंडी का एक तरीका हो सकता है कि चूरा पोस्त को बाहरी राज्य से यहां लाकर यमुना नदी के किनारे जमीन ने छुपाया जाता होगा और ज़रूरत के हिसाब से यहां से सप्लाई होती होगी। मामले की जांच जारी है।