अधिकारियों को श्राप देती नजर आ रही कूड़े से भर रही यमुना नदी ddnewsportal.com

अधिकारियों को श्राप देती नजर आ रही कूड़े से भर रही यमुना नदी
ब्लूप्रिंट विजन 2030 कमेटी के संयोजक अनिन्द्र सिंह नौटी बोले; कूड़ा निष्पादन में भी सक्षम नही नप।
ब्लूप्रिंट विजन 2030 कमेटी के संयोजक अनिन्द्र सिंह नौटी का कहना है कि दिन प्रतिदिन कूड़े से भर रही यमुना नदी अधिकारियों को श्राप देती नजर आ दही है। जारी प्रेस बयान में उन्होंने कहा कि बहुत ही दुख का विषय है कि नगर परिषद पांवटा साहब अपने कूड़े का निष्पादन करने में भी सक्षम नहीं है। जब नगर परिषद द्वारा केदारपुर में 5 बीघा भूमि का चयन किया गया था तब भी क्षेत्र के बुद्धिजीवियों ने संदेह जताया था कि क्या इतनी कम जगह में पूरे क्षेत्र के कूड़े का सही से निष्पादन हो पाएगा या यह मात्र लीपापोती है। जो अब सच साबित हो रहा है कि नगर परिषद केवल कागजों में इस जगह को दिखाकर असल में पवित्र यमुना नदी में ही कूड़े का निष्पादन कर रही थी। लेकिन अब क्योंकि वन विभाग द्वारा नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के सख्त आदेशों के बाद इस पर रोक लगा दी है। केदारपुर में जिस जगह का चयन किया गया था, वह शुरू से इसके लिए उपयुक्त नहीं मानी जा रही थी। पिछले 11 वर्ष से नगर परिषद में भारतीय जनता पार्टी का कब जा रहा है तो इसकी जिम्मेदारी भी प्रदेश के उर्जा मंत्री चौधरी सुखराम को लेनी होगी क्योंकि सभी अध्यक्ष उनकी मर्जी के मुताबिक बने हैं। जिस नगर परिषद में कई कई दिन तक घरों से कूड़ा इकट्ठा ना किया जाए ऐसी नगर परिषद को एक मिनट भी रहने का
अधिकार नहीं है। इसके अतिरिक्त नगर परिषद ने शहर के सभी स्थानों से डस्टबिन मुक्त अभियान के तहत डस्टबिन हटा दिए हैं तो सवाल यह उठता है कि शहर से गुजरने वाले पर्यटक अपना कूड़ा कहां गिराएंगे? जिनका अपना मकान नहीं है लेकिन वह शहर में आते हैं वह अपने कूड़े को किस जगह निष्पादित करें? किसी कारण नेशनल हाईवे के आसपास कूड़े के अंबार लगे हुए हैं। क्षेत्र की बढ़ती हुई आबादी तथा साथ लगती भी पंचायतों को भी ध्यान में रखते हुए इसके लिए एक दीर्घकालिक योजना बनाने की जरूरत है ताकि अगले कई दशकों तक एक ही बार में इस समस्या का निदान हो सके वरना हर एक 2 महीने के बाद इस तरह की समस्या सामने आती रहेगी। प्रशासन तथा नगर परिषद भी वर्ष में एक या दो बार यमुना नदी की पूजा करके अपनी जिम्मेदारी की इतिश्री कर लेती है जबकि हकीकत में यमुना दिन प्रतिदिन कूड़े से भरती हुई कहीं ना कहीं संबंधित अधिकारियों को श्राप देती नजर आ रही है।