EV in India: इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने से पहले जान लें नफा-नुकसान ddnewsportal.com

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EV in India: इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने से पहले जान लें नफा-नुकसान

नई प्रणाली के वाहनों को लेकर जेहन में उठ रहे सवालों को करें दूर, जानिए भविष्य के वाहनों के बारे में

इंसान जब अपने अच्छे बुरे की समझ में आ जाता है तो वह भविष्य को लेकर प्लानिंग करता है। कामयाबी के साथ साथ उसकी कुछ विश लिस्ट (wish list) बनी होती है जिसमें अन्य जरूरतों के साथ साथ वाहन भी शामिल होता है। और जब व्यक्ति वाहन खरीदने की सोंचता है तो चाहता है कि उसे गाड़ी के बारे में पूरी जानकारी हो। कौन सी गाड़ी क्या के फायदे है और क्या नुकसान, यह वह जानना चाहता है। और बात जब नये दौर में वाहनों में आ रहे बदलाव की हो तो वह और अधिक जानकारी के लिए उत्सुक होता है। ऐसी ही दशा आजकल अधिकांश लोगों की है कि पेट्रोल और डीजल की जगह लेने जा रहे इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की उन्हे पूरी जानकारी कहां से मिलेगी। ताकि जमाने के साथ चलने वाले वाहनों की खूबियाँ और खामिया जानने के बाद ही वह वाहन खरीद सके। 

सभी जानते है कि ऑटोमोबाइल की दुनिया में आने वाला समय इलेक्ट्रिक व्हीकल्स का है। लेकिन आज के तेज रफ्तार तकनीकी दौर में हम जानकारी के अभाव में कभी ऐसा गलत निर्णय ले लेते है जिससे हमे बाद में पछताना पड़ता है। क्योंकि गाड़ी खरीदने में हमारी जमा पूंजी का बड़ा भाग खर्च होता है इसलिए वाहन खरीदने से पहले उसके बारे में जानकारी लेना ज़रूरी हो जाता है। इलेक्ट्रिक व्हीकल्स पर लिखे इस आर्टिकल में हम कौशिश करेंगे कि आपके हर सवाल के जवाब आपको मिल जाए।


EV in India: इलेक्ट्रिक व्हीकल्स है क्या-

इलेक्ट्रिक व्हीकल्स या विद्युत कार उन कारों को कहते हैं जो बैटरी से विद्युत लेकर विद्युत् मोटरों द्वारा संचालित वाहन होतीं हैं। इसके लिए बिजली से बेटरी चार्ज करनी पड़ती है।

EV in India: क्यों जरूरी है इलेक्ट्रिक व्हीकल्स-

आप हम सभी जानते हैं कि आज ग्लोबल वार्मिंग का इशू पूरी दुनिया में चिंता का कारण बनता जा रहा है। ध्वनि व वायु प्रदूषण के कारण जहां तापमान असामान्य होता जा रहा हैं, वहीं वातावरण प्रदूषण से बीमारियाँ भी बढती जा रही है। इस समस्या से निजात दिलाने के दिए इलेक्ट्रिक व्हीकल्स एक ऐसा इजाद है जो इको फ्रेंडली है। इलेक्ट्रिक व्हीकल्स का एक मात्र उपयोग पैसे बचाना नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य स्वस्थ और शुद्ध वातावरण को बढ़ावा देना भी है। क्योंकि पेट्रोल-डीज़ल वाली कारें वातावरण में भारी मात्रा में कार्बन का उत्त्सर्जन करती है। जो वातावरण को हद से ज़्यादा दूषित करती है। केवल यही नहीं Green House Effect को बढ़ाने में ऐसी वाहनों का भी बहुत बड़ा योगदान रहा है। तब ऐसे हालात में Electric Vehicle को एक वरदान के रूप में भी देखा जा रहा है। जैसे- जैसे लोग पर्यावरण के प्रति जागरूक हो रहे हैं, वैसे-वैसे लोग Electric Car या अन्य इलेक्ट्रिक वाहन की डिमांड में काफी इजाफ़ा देखने को मिल रहा है। यही कारण है की अब कार कंपनियां Electric Car बनाने में और इसके प्रचार-प्रसार में रुचि दिखाने लगी है। 

यही नही, सरकारें भी इस दिशा में आगे बढ़कर सब्सिडी और अन्य छूट देकर लोगों को इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की और प्रोत्साहित कर रही है। इस दिशा में हिमाचल प्रदेश सरकार ने भी पाॅलिसी लागू कर दी है। यहां अब के बाद सरकारी वाहन जो नये खरीदे जायेंगे वो इलेक्ट्रिकल होंगे। सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इन वाहनों के प्रोत्साहन के लिए बजट में भी घोषणा की है। मैरिट में आने वाली छात्राओं को इलेक्ट्रिक स्कूटी पर 20 हजार रूपये तक की सब्सिडी दी जाएगी।
वहीं उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने तो सब्सिडी के अलावा रजिस्ट्रेशन तक फ्री कर दी है। अन्य राज्य भी इन वाहनों को प्रोत्साहित करने के लिए एक से एक लुभावने ऑफर दे रहे हैं।

EV in India: क्या है फायदे- 

हर सिक्के के जैसे दो पहलू होते हैं वैसे ही हर वैज्ञानिक खोज के फायदे के साथ साथ नुकसान भी होते हैं। ये इंसान पर निर्भर करता है कि वह तकनीक को फायदे के रूप में लेना चाहता है या उसे नुकसान के रूप में इस्तेमाल करेगा। इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की बात करें तो इसका सबसे बड़ा फायदा प्रदूषण को कम करना ही है जिस उद्देश्य से इसे भविष्य के वाहन बनाये जा रहे हैं। इसके कुछ फायदे हम आपको बताने जा रहे हैं। 

महंगे ईंधन से छुटकारा-

इलेक्ट्रिक व्हीकल्स का बड़ा फायदा ये है कि इसमें मौजूद बैटरी को आप अपने घर पर ही बिजली के सॉकेट से जोड़ कर चार्ज कर सकते हैं और किसी भी ईंधन की तुलना में काफी सस्ती पड़ती है। इलेक्ट्रिक कार का सबसे बड़ा फायदा ये है की आपको बार-बार पेट्रोल पंप के चक्कर लगाने नहीं पड़ेंगे। जब आप घर पर सो रहे या ऑफिस में ही क्यों न हो आप इसे कहीं भी बढ़ी आसानी से चार्ज कर सकते हो। इसके अलावा अत्यधिक पैसों की बचत की इच्छा रखने वाले लोग, अपने घर की छतों पर सोलर पैनल लगवाकर भी इलेक्ट्रिक वाहन को चार्ज कर सकते हैं।

चार्जिंग है सुविधाजनक- 

इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को चार्ज करने की प्रक्रिया भी काफी आसान है। EV Vehicles को चार्ज करना किसी फ़ोन को चार्ज करने जितना ही आसान है। इसके लिए आपको केवल चार्ज के एक हिस्से को अपनी कार में और तो वहीं दूसरे हिस्से को बिजली के बोर्ड में लगानी पड़ती है।

खर्च की बड़ी बचत-

इलेक्ट्रिक व्हीकल्स पेट्रोल और डीजल के वाहनों की अपेक्षा खर्च कम करवाता है। बिजली की प्रति यूनिट दर ईंधन से काफी कम है। Electric Vehicle में प्रति किलोमीटर चलने की खर्च काफी कम होती है। जिससे आपके पॉकेट पर ज़्यादा बोझ नहीं पड़ता और कम पैसों में भी आप अपनी कार से ट्रिप का प्लान कर सकते हो, वो भी बगैर पैसों के बारे में सोचे हुए। इलेक्ट्रिक कार पैसों की बचत करने का मुख्य जरिया बनता है।

इको फ्रेडली है व्हीकल-

इलेक्ट्रिक कार किसी भी पर्यावरण प्रेमी का पहला पसंद हो सकता है। इसके पीछे का सबसे बड़ा और मुख्य कारण है इसके इंजन से किसी भी तरह की प्रदूषित गैस का बाहर नहीं निकलना और इको फ्रेंडली होना। जिस तकनीक से आपके घर में लगे पंखे चलते हैं, ठीक उसी तकनीक पर इलेक्ट्रिक कार भी चलती है। इसमें पहियों को चलाने के लिए मोटर लगे होते है और इन मोटरों को बिजली कार में लगे बैटरी से मिलती है। चूँकि इस प्रक्रिया में कहीं भी ईंधन का दहन शामिल नहीं है, इसलिए इससे हानिकारक गैसों का उत्त्सर्जन नहीं होता।

सुरक्षित है वाहन-

इलेक्ट्रिक व्हीकल्स सुरक्षा के मानको पर खरा उतरे हुए है। जिस टेस्टिंग प्रक्रिया से पेट्रोल या डीजल से चलने वाली गाड़ियां गुजरती है, ठीक उसी प्रक्रिया से इलेक्ट्रिक व्हीकल्स भी गुज़रते है। इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को भी सभी सुरक्षा से जुड़े मानकों पर खड़ा उतरना आवश्यक होता है। इलेक्ट्रिक कारों का सुरक्षित होने का सबसे मुख्य कारण है इसमें Combution Engine का नहीं होना। यदि किसी कारणवश अगर इलेक्ट्रिक कारें दुर्घटनाग्रस्त होती है। तब इस गाड़ी में लगे सेंसर खुद ही बिजली की सप्लाई को बंद कर देता है और आग लगने जैसी घटनाओं की आशंका कम हो जाती है।

रख-रखाव में कम खर्च-

इलेक्ट्रिक गाड़ियां बिजली के इस्तेमाल से मोटर के जरिये चलती है, इसमें किसी प्रकार का कोई Combution नहीं होता है, और न ही इसमें Lubricants या Mobile जैसी तरल पदार्थ की आवश्यकता पड़ती है। यही कारण है की इलेक्ट्रिक गाड़ियों के रख-रखाव में काफी कम पैसे खर्च होते हैं। अन्य गाड़ियों की तरह इसे समय-समय पर सर्विसिंग के लिए सर्विस स्टेशन भेजने की आवश्यकता नहीं पड़ती है।

ध्वनि प्रदूषण नहीं करता-

इलेक्ट्रिक व्हीकल्स का इंजन काफी शांत होता है क्यूंकि इसमें प्रयुक्त होने वाले इंजन में किसी तरह का कोई Combution नहीं होता है। उच्च acceleration के दौरान भी इसके इंजन से किसी तरह की कोई ध्वनि उत्तपन्न नहीं होती है। बाकायदा अगर कोई इलेक्ट्रिक कार आपके पास से गुज़रती है, तब भी आपको इसके पार होने का अहसास नहीं होगा।

काफी आसान है चलाना-

इलेक्ट्रिक वाहन चाहे वो दो पहिये वाली हो या चार पहिये वाली, इन्हे ईंधन से चलने वाले वाहनों की तुलना में चलाना और सीखना काफी आसान है। क्योंकि इस तरह के वाहन में गियर जैसी कोई चीज़ नहीं होती, तो इसलिए इसमें क्लच की भी आवश्यकता नहीं पड़ती। इलेक्ट्रिक वाहन में दो चीज़ें मुख्य रूप से मौजूद होती है, जिसमे पहला है ब्रेक और दूसरा है Accelerator।


EV in India: क्या है नुकसान- 

जैसा कि हमने उपर आपको बताया कि हर वैज्ञानिक खोज के जहां फायदे हैं वहां उसके नुकसान भी होते हैं। ऐसा ही इलेक्ट्रिक व्हीकल्स में भी संभव है। जानते हैं कि इन गाड़ियों की खामियाँ क्या है। 

बिजली का बिल आता है-

जैसा कि हम जानते हैं कि इलेक्ट्रिक व्हीकल्स बिजली से चार्ज होता है। इसलिए इलेक्ट्रिक वाहन को चार्ज करने में जिस बिजली की जरूरत पड़ेगी वह मुफ्त नहीं है। अगर आप देश की किसी ग्रामीण क्षेत्र के निवासी हैं तब आपके लिए यह थोड़ी सस्ती हो सकती है लकिन अगर आप दिल्ली, मुंबई, कोलकाता जैसे महानगर या लखनऊ, जयपुर जैसे बड़े शहर में रहते हैं तब प्रति यूनिट बिजली की दर आज भी महँगी है। हालांकि ध्यान देने वाली बात यह है कि बिजली की दर महँगी होने के बाद भी यह पेट्रोल और डीजल ईंधन की तुलना में काफी सस्ती है।

रिचार्ज पॉइंट-

इलेक्ट्रिक कार या वाहन खरीदने वाले लोगों की सबसे बड़ी समस्या ये है कि इसे चार्ज कहाँ किया जाये? ईंधन से चलने वाली गाड़ियों को तो पेट्रोल पंप पर जाकर टंकी फुल किया जा सकता है। लेकिन इलेक्ट्रिक कार को सफर के दौरान चार्ज करना आज भी बड़ी समस्या है। भारत में इलेक्ट्रिक कार या वाहन के लिए चार्जिंग पॉइंट की फिलहाल काफी किल्लत है इसलिए ज़्यादातर लोग इसे लम्बी दूरी के बजाय केवल शहरों में इस्तेमाल के उद्देश्य से खरीदना पसंद करते हैं।

इसकी ड्राइविंग रेंज-

एक बार फुल चार्ज करने पर वर्तमान में भारत में उपलब्ध इलेक्ट्रिक व्हीकल्स 210-320 किलोमीटर की रेंज देती है। जो कि असल मायने में देखा जाये तो काफी कम है और इतनी कम रेंज के कारण आप इस गाड़ी से ज़्यादा दूरी तय नहीं कर सकते।

रिचार्ज में लगने वाला टाइम-

इलेक्ट्रिक कार या वाहन की बैटरी को 0 से 100 प्रतिशत तक रिचार्ज करने में 8-9 घंटों की समय लगती है। 8 से 9 घंटे का समय लगना आज के भाग-दौड़ वाली ज़िंदगी में एक समस्या है। अगर किसी कारणवश आपातकाल समस्या आ जाए और आपकी गाड़ी चार्ज न हो तब तो आपके लिए और बड़ी समस्या पैदा हो सकती है। इसलिए यह आज भी सबसे बड़ा कारण है की लोग इलेक्ट्रिक कार या वाहन को खरीदने से पहले हिचकिचाते हैं। हालाँकि दुपहिया इलेक्ट्रिक व्हीकल्स 3 घंटे में आपके वाहन को फुल चार्ज कर देते हैं। 

विकल्प की कमी-

ईंधन से चलने वाली गाड़ियों के लिए अभी भी एक प्राइस रेंज में विभिन्न प्रकार की कंपनियों की कार का भरमार है। लेकिन इलेक्ट्रिक कार या वाहन के साथ परिस्तिथि बिल्कुल इसके उलट है। मुश्किल से आपको एक ही प्राइस रेंज में इलेक्ट्रिक वाहनों के विकल्प देखने को मिलेंगे। ऐसी परिस्तिथि में इलेक्ट्रिक वाहन खट्टी अनुभव दे जाती है और फिर मजबूरन आप ईंधन युक्त गाड़ी खरीदने का मन बना लेते हैं।

वर्तमान समय में हमारे देश भारत में मौजूद कुछ बेहतरीन Electric Vehicle कुछ इस प्रकार है-

1. Tata Tiago EV,  8.49 लाख से 11.79 लाख रूपये तक की कीमत।

2. Tata Tigor EV , 12.50 लाख से 13.75 लाख।

3. Tata Nexon EV Prime, 14.99 लाख से 17.50 लाख।

4. Tata Nexon EV,  18.34 लाख से 20.04 लाख।

5. MG ZS EV,  22.58 लाख से 26.50 लाख रूपये तक की रेंज में उपलब्ध है।