Paonta Sahib: RSS के शताब्दी वर्ष कार्यक्रम में माजरा में पहुंचे सैंकड़ों स्वयंसेवक ddnewsportal.com

Paonta Sahib: RSS के शताब्दी वर्ष कार्यक्रम में माजरा में पहुंचे सैंकड़ों स्वयंसेवक, अनुशासन, एकता और समरसता का संदेश
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ माजरा खण्ड द्वारा रविवार को संघ शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में खण्ड एकत्रीकरण एवं पथ संचलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ शस्त्र पूजन एवं ध्वजारोहण से हुआ जिसमें स्वयंसेवकों ने अनुशासनपूर्वक भाग लिया। इसके पश्चात पूर्ण गणवेशधारी स्वयंसेवकों का पथ संचलन निकाला गया, जिसमें स्थानीय नागरिकों ने पुष्पवर्षा कर स्वयंसेवकों का स्वागत गर्मजोशी के साथ किया और संघ के प्रति अपना गौरव एवं सम्मान प्रकट किया। इस अवसर पर लगभग 301 स्वयंसेवक पूर्ण गणवेश में तथा समाज से 50 से अधिक बंधु-भगिनी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में गिरधारी लाल पूर्व अधिशाषी अभियंता, विद्युत विभाग रहें। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में प्रान्त प्रचारक संजय जी उपस्थित रहे।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गिरधारी लाल ने कहा कि संघ का कार्य राष्ट्रहित, देशहित और समाजहित का कार्य है। इस पुनीत पावन कार्य में हम सभी समाज के बंधुओ को भी सहयोग और सहभाग करके बढ़ाना चाहिए।
अपने विचार व्यक्त करते हुए मुख्य वक्ता श्रीमान संजय जी ने कहा कि संघ की स्थापना सन् 1925 में प ०पू ० डॉ केशवराव बलिराम हेडगेवार ने सम्पूर्ण हिंदू समाज को संगठित करने के प्रयास से की। संघ ने अपनी 100 वर्षों की यात्रा के दौरान उपेक्षा,विरोध ,समर्थन और सहभाग को प्राप्त किया। निरंतर सेवा और संस्कारों के बल पर संघ आज राष्ट्र निर्माण की धूरी बना हुआ है। उन्होंने साथ ही कहा कि संघ की शाखा संस्कारों का केंद्र बिंदु है,जहां से राष्ट्रभक्त, देशभक्त और चरित्रवान स्वयंसेवकों का निर्माण होता है। चरित्रवान व्यक्तित्व ही अपने पुरुषार्थ के बल पर सशक्त राष्ट्र का निर्माण कर सकता है।
मुख्य वक्ता ने कहा कि आज पश्चिमी सभ्यता की कुरीतियाँ हमारे समाज में घर कर रही हैं, जिसके कारण परिवारों में बुजुर्गों की उपेक्षा बढ़ रही है। संघ अपने शताब्दी वर्ष की ओर बढ़ते हुए “पंच परिवर्तन”—परिवार प्रबोधन, पर्यावरण संरक्षण, नागरिक कर्तव्य, सामाजिक समरसता और स्वदेशी—के लक्ष्य पर कार्यरत है। प्रत्येक नागरिक को *पंच प्रण* अपने जीवन में धारण करने चाहिए।
उन्होंने कहा कि आज हमें अपनी परिवार व्यवस्था को और सुदृढ़ करने की आवश्यकता है।क्योंकि परिवार ही हमारे हिन्दू समाज,हिन्दू संस्कृति और हिंदू धर्म का आधार है।
कार्यक्रम के उपरांत सरस्वती विद्या मंदिर, माजरा से मुख्य बाजार होते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग तक भव्य पथ संचलन निकाला गया, जिसमें सैकड़ों स्वयंसेवकों ने अनुशासित पंक्तियों में भाग लेकर राष्ट्रीय एकता और संगठन शक्ति का परिचय दिया।
इस अवसर पर जिला प्रचारक नंदकिशोर, जिला सम्पर्क प्रमुख भगवान सिंह, जिला शारीरिक शिक्षण प्रमुख सुमित व खंड कार्यवाह विनीत बासुदेव इत्यादि उपस्थित रहे।