शिलाई: सतौन में प्रथम चरण में 5.85 करोड़ से निर्मित होगा राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल, हर्षवर्धन चौहान ने किया भूमि पूजन, जानिए क्या होगी सुविधाएँ... ddnewsportal.com

शिलाई: सतौन में प्रथम चरण में 5.85 करोड़ से निर्मित होगा राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल, हर्षवर्धन चौहान ने किया भूमि पूजन, जानिए क्या होगी सुविधाएँ... ddnewsportal.com

शिलाई: सतौन में प्रथम चरण में 5.85 करोड़ से निर्मित होगा राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल, हर्षवर्धन चौहान ने किया भूमि पूजन, जानिए क्या होगी सुविधाएँ...

हिमाचल प्रदेश के उद्योग, संसदीय मामले एवं श्रम रोज़गार मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने आज शिलाई विधानसभा क्षेत्र के सतौन में 5 करोड़ 85 लाख रुपए से प्रथम चरण में निर्मित होने वाले राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल का विधिवत भूमि पूजन किया। इस अवसर पर उद्योग मंत्री ने क्षेत्रवासियों को राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल के लिए बधाई देते हुए कहा कि राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल प्रदेश सरकार की एक महत्वाकांक्षी शैक्षणिक पहल है, जिसके माध्यम से राज्य के सरकारी स्कूलों में उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा के साथ  आधुनिक सुविधाएं भी मिल सकें।  

उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में प्रदेश सरकार का लक्ष्य है कि प्रदेश की हर विधानसभा क्षेत्र में एक राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल स्थापित किया जाए। जिसके फलस्वरूप आज प्रदेश में 18 से 20 डे-बोर्डिंग स्कूलों पर कार्य प्रगति पर है तथा अन्य स्थानों पर प्रक्रिया जारी है। उन्होंने बताया कि आज सतौन में भी इस स्कूल हेतु पहले चरण में 5 करोड़ 85 लाख रुपए के निर्माण कार्य का भूमि पूजन किया गया है। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में दूरदर्शी कदम है, जो सरकारी स्कूलों को आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित कर छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करेगा।  

ये रहेगी सुविधाएँ: 

हर्षवर्धन चौहान ने बताया कि इन स्कूलों में स्मार्ट क्लासरूम, खेल मैदान, इंडोर स्टेडियम, रेसिंग ट्रैक, स्विमिंग पूल, और सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए विशेष सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। उन्होंने बताया कि इस कार्यकाल में अभी तक शिलाई विधान सभा क्षेत्र में  सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, बिजली तथा अन्य मूलभूत सुविधाओं के लिए बहुत सी योजनाओं का क्रियान्वयन किया गया है। उन्होंने कहा कि शिलाई विधान सभा क्षेत्र के हर इलाके का समग्र विकास सुनिश्चित किया जा रहा है, जिसके मद्देनज़र लगभग 250 करोड़ से अधिक कि विकासात्मक योजनाओं के लिए बजट स्वीकृत करवाया गया है, जिनका कार्य प्रगति पर है। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा बजट प्रावधान के साथ ही विकास कार्य सुनिश्चित किए जा रहे हैं। 

उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार की नीतियों के कारण प्रदेश में गुणात्मक शिक्षा का स्तर गिरा। उन्होंने बिना बजट प्रावधान के कई नए शिक्षण संस्थान खोल दिए और पुराने संस्थानों से अध्यापकों को नए संस्थानों में भेजा गया। इससे न तो नए संस्थानों में बच्चों को सुविधाएं मिली और पुराने संस्थानों को भी शिक्षकों की कमी से जूझना पड़ा।
उन्होंने कहा कि इस स्थिति में सुधार लाने के लिए राज्य सरकार ने अनेक कदम उठाए हैं। राज्य मे लगभग 6500 शिक्षकों की भर्ती की गई तथा उनकी नियुक्ति दूर-दराज क्षेत्रों में रिक्त पड़े पदो पर की गई। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा शिलाई विधानसभा क्षेत्र के शिक्षण संस्थानों में लगभग 300 अध्यापकों के रिक्त पड़े पदों को भरा गया।

उन्होंने ने कहा कि व्यवस्था परिर्वतन के तहत शिक्षा क्षेत्र में किए जा रहे सुधारात्मक निर्णयों के परिणाम अब साफ नजर आने लगे हैं। हिमाचल प्रदेश ने शिक्षा में लम्बी छलांग लगाई है। जनवरी 2025 में जारी वार्षिक शिक्षा स्थिति रिपोर्ट के अनुसार, हिमाचल के छात्रों की पठन कौशल देश में सर्वश्रेष्ठ हैं। इस सर्वेक्षण के अधिकांश मापदंडों में प्रदेश को स्कूली शिक्षा में देशभर में सर्वश्रेष्ठ राज्य आंका गया है। इस अवसर पर हर्षवर्धन चौहान ने क्षेत्र की महिलाओं को 100 इंडक्शन चूल्हे भी भेंट किए।

की ये घोषणा: 

उद्योग मंत्री ने सतौन सामुदायिक भवन के लिए 10 लाख, सतौन में लाइब्रेरी के लिए 4 लाख सहित कुहल की मरम्मत के लिए संभावित धन राशि देने की घोषणा की। इस अवसर पर अध्यक्ष मार्केटिंग कमेटी सीता राम शर्मा, कार्यकारी एसडीएम कफोटा निशा आजाद, अधिशाषी अभियंता लो. नि. वि. शिलाई रजनीश

बंसल, उपनिदेशक उच्च शिक्षा डॉ. हिमेंद्र बाली, प्रधानाचार्य दीप चंद शर्मा, बीडीओ तिलोरधार रमेश नेगी, ओएसडी अतर राणा, प्रधान सतौन ममता देवी, प्रधान अम्बेडकर महिला मंडल बीना चौहान, प्रधान बजार महिला मंडल इन्द्रा कंवर, एसएमसी प्रधान सतीश चौहान, उप प्रधान गुलाब, पूर्व प्रधान रामेश्वर शर्मा, पूर्व प्रधान कमरऊ मामराज ठाकुर, दयाल सिंह ठेकेदार, रंजीत चौहान, शशि कपूर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा पंचायतों के चुने हुए प्रतिनिधि व स्थानीय लोग मौजूद रहे।