Sirmour: लगातार जाँच करेंगे तो ऐसा ही पाया जाएगा, टिप्पर में 22 टन की अनुमति पर 53 टन बजरी, हुए भारी चालान... ddnewsportal.com

Sirmour: लगातार जाँच करेंगे तो ऐसा ही पाया जाएगा, टिप्पर में 22 टन की अनुमति पर 53 टन बजरी, हुए भारी चालान...
हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर में अवैध खनन और खनन सामग्री को अवैध तरीके से ढोने के मामले का खुलासा हुआ है। स्थानीय लोग अक्सर यह बात कहते आ रहे हैं कि इन ट्रालो टिप्परों में बिल से कही अधिक माल भरा जाता है जिससे सरकार को राजस्व की चपत लग रही है। लोगों की बात उस समय सच साबित हुई जब परिवहन विभाग ने इन टिप्परों की जांच की। जांच के दौरान इन वाहनों में क्षमता या अनुमति से दौगुनी से भी अधिक खनन सामग्री पाई गई। आरटीओ सिरमौर सोना चंदेल ने नाहन-दोसड़का के समीप कार्रवाई करते हुए 2 ओवरलोड टिप्परों पर 1.69 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। दोनों ही टिप्परों क्षमता से दोगुना से भी अधिक बजरी भरकर ले जा रहे थे। इसी बीच हाईवे पर आरटीओ ने इन्हें रोककर नियमों के मुताबिक कार्रवाई अमल में लाई। जानकारी के अनुसार आरटीओ पांवटा साहिब की तरफ जा रही थीं।
जानकारी के मुताबिक पांवटा साहिब की तरफ से 2 टिप्पर कालाअम्ब की तरफ आ रहे थे। दोनों में क्षमता से अधिक माल लदा होने के चलते हाईवे पर चढ़ाई भी नहीं चढ़ पा रहे थे। इस पर आरटीओ ने दोनों टिप्परों को जांच के लिए रोका। मौके पर पाया कि एक टिप्पर में 53 टन बजरी लदी थी, जबकि जिसमें अनुमति 22 टन थी। दूसरे टिप्पर में भी 44 टन बजरी लदी थी, जबकि जिसमें 21 टन की अनुमति थी। दोनों ही टिप्पर हरियाणा के हैं।
मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि जिस तरीके से टिप्परों में क्षमता से अधिक बजरी लदी थी, वह कहीं न कहीं हादसों का भी कारण बन सकते थे। लोगों ने सरकार और जिला प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि ऐसे वाहन चालकों पर सख्ती से कार्रवाई करने की जरूरत है। आरटीओ ने नाहन में बिना फिटनैस और इंश्योरैंस के चल रही एक निजी बस को भी जब्त किया है।