Sirmour: हवाई शैक्षणिक यात्रा से लौटे नौहराधार के विद्यार्थियों ने साझा किए अविस्मरणीय अनुभव ddnewsportal.com

Sirmour: हवाई शैक्षणिक यात्रा से लौटे नौहराधार के विद्यार्थियों ने साझा किए अविस्मरणीय अनुभव
हिमाचल प्रदेश समग्र शिक्षा के तत्वाधान में पी एम श्री राजकीय विद्यालयों के बोर्ड परीक्षाओं में अव्वल रहे विद्यार्थियों के लिए एक शैक्षणिक भ्रमण का आयोजन किया जिसमें जिला सिरमौर के 44 विद्यार्थियों को हवाई यात्रा से सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण शहर हैदराबाद घूमने का अवसर मिला। इन विद्यार्थियों को उप शिक्षा निदेशक गुणात्मक शिक्षा सुश्री रीटा गुप्ता ने शिक्षक दिवस के अवसर पर जिला मुख्यालय नहान से ओपचारिक रूप से रवाना किया। कार्यक्रम प्रभारी हेमा सैनी ने बताया कि जिला सिरमौर के विद्यार्थियों के साथ संजय भारद्वाज तथा सीमा रानी को संरक्षक के रूप में भेजा गया था।
अपने इस ऐतिहासिक हवाई यात्रा के अनुभव को सांझा करते हुए पी एम श्री राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय नौहरा धार की छात्राओं विभूति एवं अन्नू ने बताया कि यह उनके जीवन की अविस्मरणीय यात्रा हैं। इनके अतिरिक्त राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय नौहरा धार से दस जमा दो की परीक्षा उत्तीर्ण कर चुके विद्यार्थी केशव तथा जतिन ने भी इस यात्रा में भाग लिया। इन विद्यार्थियों ने कहा कि पांच सितंबर को उन्हें चंडीगढ़ के प्रसिद्ध चिड़ियाघर छत्तभीड़ घुमाया गया तथा छ सितंबर को प्रातःकालीन उड़ान से उन्हें चंडीगढ़ से हैदराबाद ले जाया गया। हैदराबाद में उन्हें चार मीनार, बिरला प्लेटोरियम, प्रसिद्ध संग्रहालय , लेजर शो, लूमिनी पार्क जैसे सभी प्रसिद्ध एवं महत्वपूर्ण स्थानों को घूमने का अवसर मिला। इन विद्यार्थियों ने अपने साथ गए सभी शिक्षकों एवं हिमाचल प्रदेश समग्र शिक्षा कार्यक्रम का आभार व्यक्ति किया। विद्यालय प्रबंधन समिति को अध्यक्ष मेघा चौहान, विद्यालय संरक्षक जोगेंद्र चौहान , प्रधानाचार्य जितेंद्र चौहान तथा समस्त स्टाफ सदस्यों ने विद्यार्थियों को इनकी सुखद एवं ऐतिहासिक यात्रा पर बधाई दी तथा आशा व्यक्त कि की इस प्रकार के भ्रमण आ विद्यार्थियों में एक सकारात्मक प्रतिस्पर्धा जागृत करेंगे।
हिमाचल प्रदेश विद्यालय प्रवक्ता संघ राज्य चेयरमैन सुरेंद्र पुंडीर ने शैक्षणिक भ्रमण के कार्यक्रम की भरपूर प्रशंसा की तथा कहा कि शैक्षणिक भ्रमण का विद्यार्थियों के जीवन में अद्वितीय महत्व हे। साथ ही उन्होंने राज्य परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा एवं शिक्षा मंत्री से निवेदन किया कि ऐसे अवसर अन्य विद्यालयों के प्रतिभावान विद्यार्थियों को भी मिलने चाहिए जो आधारभूत सुविधाओं की कमी, आर्थिक तथा भौगोलिक चुनौतियों एवं बाधाओं को पार कर अभूतपूर्व सफलता हासिल करते हैं।