पांवटा साहिब से प्रयागराज तक बनाया जाना चाहिए यमुना पथ- ddnewsportal.com
पांवटा साहिब से प्रयागराज तक बनाया जाना चाहिए यमुना पथ
हरि यमुना सहयोग समीति ने सरकार से उठाई मांग, धार्मिक पर्यटन को भी लगेंगे पंख, पांवटा साहिब मे पौधारोपण पर मौजूद रहे स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज और दो राज्यों के मंत्री।
हरि यमुना सहयोग समिति हिमाचल प्रदेश द्वारा आज पांवटा साहिब सिरमौर में पावन यमुना नदी के तट पर एक विशाल पौधरोपण अभियान की शुरुआत गीता ज्ञान संसथान कुरुक्षेत्र के स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज द्वारा की गयी जिसके अन्तर्गत पांवटा साहिब में यमुना घाट से हरियाणा में हथनीकुण्ड 20 किलोमीटर यमुना तट पर इस मानसून सीजन के दौरान लगभग पचास हज़ार पौधा रोपण किया जायेगा। इस पौधारोपण अभियान
में हिमाचल के ऊर्जा मन्त्री सुख राम चौधरी और हरियाणा के बन मन्त्री कँवर पाल सिंह ने भी पौधारोपण करके अपनी सरकारों की इस अभियान में पूरी सहायता और सहयोग प्रदान करने की प्रतिबद्धता दोहराई। पांवटा साहिब के यमुना तट पर में लगभग पांच सौ पौधरोपण किया गया। जिस 1.5 किलोमीटर क्षेत्र में पौधरोपण किया गया उसे पहले हरि यमुना सहयोग समिति के सवयंसेवको और स्थानीय स्कूलों के बच्चों ने प्लास्टिक से मुक्त किया। इस तट से लगभग दो टन प्लास्टिक बैग कचरा निकला गया।
गीता ज्ञान संसथान कुरुक्षेत्र के स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज ने यमुना नदी तटों के समग्र विकास के लिए सम्बंधित उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली और हिमाचल प्रदेश राज्यों पर आधारित यमुना विकास बोर्ड गठित करने की मांग की ताकि पांवटा साहिब से प्रयागराज तक यमुना तटों को एक मॉडल के रूप में विकसित किया जा सके। हरि यमुना सहयोग समिति के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष महिन्द्र शर्मा ने बताया कि उनके संस्थान ने यमुना नदी के तटों को
हरा भरा करने के लिए पिछले तीन सालों से शुरू किये गए पौधारोपण अभियान में अब तक लगभग 1.5 लाख पौधरोपण किया है। उन्होंने कहा कि इस पौधरोपण अभियान में यमुना नदी के तट पर हरियाणा में पड़ने बाले रिज़र्व फारेस्ट कलेसर में भी पौधरोपण किया जायेगा। उन्होंने कहा कि हरियाणा के वन एवं पर्यटन मंत्री कँवर पाल ने हरियाणा में पड़ने बाले यमुना नदी के तटीय क्षेत्रों में पौधरोपण के लिए सभी जरूरी सुविधायें प्रदान करने का आश्वासन दिया। संस्थान ने सरकार से नर्मदा नदी के परिक्रमा मार्ग की तर्ज पर पौंटा साहिब हिमाचल प्रदेश से प्रयागराज उत्तर प्रदेश तक यमुना पथ बनाने की मांग की है ताकि श्रद्धालु इस मार्ग पर चल कर धार्मिक यात्रा कर सकें तथा आध्यात्मिक शांति प्राप्त कर सके। उन्होंने कहा कि इस
यमुना पथ को धार्मिक पर्यटन के तौर पर भी विकसित किया जाना चाहिए ताकि आध्यात्मिक और मानसिक शान्ति की तलाश में आये बिदेशी पर्यटकों के लिए यह मॉडल स्थल के रूप में प्रस्तुत किया जा सके। हिमाचल के ऊर्जा मंत्री चौधरी सुख राम ने कहा कि यमुना नदी के तटों को साफ सुथरा रखने, तटों पर पौधरोपण करने और धार्मिक श्रद्धलुओं को यमुना तटों पर पर्याप्त सुविधायें विकसित करने के लिए हिमाचल प्रदेश सरकार ने पर्याप्त बजट प्रावधान किया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार यमुना नदी तटों पर पर्याप्त सुविधायें विकसित करके इन्हे धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करेगी और इस सिलसिले में हरि यमुना सहयोग समिति हिमाचल प्रदेश द्वारा किये गए कार्यों की सराहना की। इस अवसर पर हरि यमुना सहयोग समिति के राष्ट्रिय अध्यक्ष जस्टिस प्रमोद कोहली, केंद्रीय वक़्फ़ परिषद के सचिव शादान जेब खान सहित गणमान्य व्यक्तियों ने पौधरोपण किया। इस मौके पर एसडीएम पांवटा साहिब विवेक महाजन सहित डीएफओ कुनाल अंग्रीष, हरि यमुना सहयोग समीति के कोषाध्यक्ष विकास वालिया, समाजसेवी आरपी तिवारी, पार्षद रोहताश नांगिया, मदन शर्मा, डाॅ एसपी खेड़ा, सुरेन्द्र अग्रवाल, अतर सिंह नेगी, अजय संसरवाल आदि अनेकों गणमान्य लोग मौजूद रहे।