Paonta Sahib: मंहगाई भत्ते की 110 महीने की देनदारी है बकाया, सरकार असंवेदनशील: पेंशनर्स ddnewsportal.com

Paonta Sahib: मंहगाई भत्ते की 110 महीने की देनदारी है बकाया, सरकार असंवेदनशील: पेंशनर्स
पेंशनर्स वैलफेयर एसोसिएशन पाँवटा साहिब की बैठक अध्यक्ष डॉ विपन कालिया की अध्यक्षता में संपन्न हुई। डॉ टी पी सिंह महासचिव ने जानकारी देते हुए बताया कि बैठक में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई।
सभी सदस्यों नें प्रदेश में अति वर्षा व बादल फटने के कारण जानमाल की क्षति पर संवेदना प्रकट की व जिन लोगों ने इस त्रासदी में जान गंवाई उनकी आत्मा की शान्ति की प्रार्थना की गई।
सदस्यों ने अपनी मांग नहीं बल्कि उनके हक़ की देय राशि को अपने इस अढाई वर्ष के कार्यकाल में लम्बित रखे जाने पर घोर रोष व्यक्त किया। मंहगाई भत्ते की 110 महीने की देनदारी है जिस पर सरकार से बार बार अनुरोध करने पर भी असंवेदनशीलता दिखा रही है।
इसी प्रकार सरकार के 8-9-2022 के सन्दर्भ में वर्षों तक पुनर्निर्धारण के केस महालेखाकार कार्यालय में पड़े रहे व जो केस वहां से आ गए उन्हें भी अकारण विभाजित कर दिया। 1-1-16 से 1/22 तक व 8-9-22 से निर्धारण तक 2/22 से 7-9-22 तक के बकाया का पता ही नहीं। 1-1-2016 के उपरांत सेवा निवर्ति वाले पेंशनर्स को तो उनकी देय राशि पर सरकार टस से मस नहीं हो रही है। चिकित्सा बिलों की अदायगी पर केवल आश्वासन के अलावा कुछ नहीं है। फिक्स चिकित्सा भत्ता पंजाब पध्दति पर 1000/- के स्थान पर 400/- प्रति माह ही मिल रहा है जो बड़ा ही दुखद है।
इसके अतिरिक्त सामाजिक मुद्दों पर भी चर्चा हुई, जिनमें आर टी आई से प्राप्त सूचना के अनुसार 9 कम्पनियों के सैम्पल बार बार फेल हो रहे हैं यह बड़ी चिंता का विषय है, सरकार को इसको गंभीरता से लेना चाहिए तथा ऐसी कम्पनियों के लाइसेंस रद्द किये जाने चाहिए क्योंकि यह विषय व्यक्तियों के जीवन से जुड़ा है।
बद्रीपुर चौक में लाल बत्ती के कारण तारूवाला हीरपुर सड़क पर यातायात अधिक होने के कारण दुर्घटना की सम्भावना बनी रहती है। अतः आबादी के बीच में सड़क पर अवरोधक बनाऐ जाने चाहिए। बद्रीपुर से वाई पाइंट तक सड़क के बीच में राष्ट्रीय राजमार्ग पर पौधारोपण नहीं किया गया है। राजमार्ग प्राधिकरण को इस विषय में कार्य वाही की जानी चाहिए।
बैठक में डाॅ विपन कालिया, टी पी सिंह, बी एस नेगी, लखबीर सिंह, शान्ति स्वरूप गुप्ता, वी सी छिब्बर, सुन्दर लाल मेहता, डी एस सैनी, जितेन्द्र दत्त, के जल चौधरी, जवाहर सिंह पाल, अरुण शर्मा, सुधा कालिया, प्रीतो देवी, डॉ शैल सहगल, रजनीश शर्मा, के के चड्ढा, वाई
के जमवाल, यशपाल सिंह, एन डी सरीन, आर के अग्रवाल, एस एस पलियाल, अनिता चड्ढा व एन गुप्ता आदि मौजूद रहे।