Paonta Sahib: पेंशनर्स ने पूछा सरकार से- क्या पेंशनर्स की दीवाली भी फीकी रहेगी, जानिए क्यों... ddnewsportal.com

Paonta Sahib: पेंशनर्स ने पूछा सरकार से- क्या पेंशनर्स की दीवाली भी फीकी रहेगी, जानिए क्यों...
पेंशनर्स वैलफेयर एसोसिएशन पाँवटा साहिब इकाई की बैठक डॉ विपन कालिया की अध्यक्षता में संपन्न हुई। महासचिव डॉ टी पी सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि बैठक में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई। सबसे पहले पेंशनर्स ने सरकार से पूछा है कि हिमाचल दिवस पर तो पेंशनर्स समाज निराश हुआ ही था, क्या अब दीपावली भी ऐसे ही निकल जाएगी? इस राष्ट्रीय पर्व पर सरकार द्वारा कुछ न दिये जाने पर अधिक निराशा मिली है। ऐसा नहीं कि पेंशनर्स कुछ मांग रख रहे हैं, हम तो जो सरकार के पास हमारा देय है उसे ही जारी करने के लिए अनुरोध करते आ रहे हैं। सरकार ने अपने लगभग 3 वर्ष के कार्य काल में ऐसा व्यवस्था परिवर्तन किया कि कर्मचारियों व पेंशनर्स को आजीवन याद रहेगा।
पेंशनर्स को मंहगाई भत्ता 42% ही मिल रहा है जबकि केन्द्रीय कर्मचारियों को 58% मिल रहा है अर्थात 16% कम मिल रहा है तथा 117 माह की अदायगी बकाया है जो पूर्णतया अन्याय है। चिकित्सा बिलों की अदायगी बजट प्रावधान न होने के कारण लम्बे समय से लम्बित हैं तथा कईं बार घोषणा के उपरांत भी निराशा ही मिल रही है। फिक्स चिकित्सा भत्ता पंजाब पद्दति पर 1000/- प्रति के स्थान पर 400/- ही दिया जा रहा है। जनवरी 2016 के उपरांत सेवानिवृत्त वाले पेंशनर्स को तो सरकार ने पूर्णतया निराश कर दिया है। 8 सितम्बर 2022 के सन्दर्भ में 2/2022 से 7 सितम्बर 2022 तक 7 माह 7 दिन का जो एरियर बिना कारण के रोक रखा है वह भी इस समाज के प्रति असंवेदनशीलता का संदेश है।
इसके अतिरिक्त बैठक में सामाजिक मुद्दों पर भी चर्चा हुई। आवारा कुत्तों के पशुपालन विभाग, नगर परिषद और प्रशासन द्वारा बंध्यीकरण व टैगिंग अभियान शुरू करने पर धन्यवाद किया तथा आशा की कि यह अभियान पूर्ण कार्यान्वित हो। राष्ट्रीय राजमार्ग के जो कट्स छोडे हैं उन पर गलत दिशा से काफी आवागमन हो रहा है उनको रोकने के लिए ठोस कदम उठाये जाने चाहिए जिससे दुर्घटनाओं को रोका जा सके।
यमुना पुल की स्थिति बड़ी खराब हो चुकी है तथा लाइट भी नहीं जल रही है, इस विषय में ठोस कदम उठाये जाने चाहिए। अभी यमुना नदी के बहाव में 3 बेशकीमती जाने चली गई हैं जो बहुत ही दुखद है तथा प्रशासन को इस विषय में ठोस कार्रवाई वान्छित है।
बैठक में डॉ विपन कालिया, डॉ टी पी सिंह, जवाहर सिंह पाल, वी पी चौधरी, बलकार सिंह, शान्ति स्वरूप गुप्ता, भूपेंद्र सिंह नेगी, वी सी छिब्बर, बी एस भटारा, यशपाल सिंह, डॉ शैल सहगल, इन्दु पाल, सुधा कालिया, प्रीतो देवी, डॉ संजीव सहगल, सुन्दर लाल मेहता, डी एस सैनी, एम आई खान, लखबीर सिंह, सतपाल सिंह, अनिता चड्ढा, के के चड्ढा, एन डी सरीन, जितेन्द्र दत्त, वाइ के जमवाल, एस एस पलियाल आदि मौजूद रहे।