Paonta Sahib: समाजसेवी आर पी तिवारी ने किया काव्य संग्रह चिद् विलास का विमोचन, डाॅ. एनडी डिमरी है लेखक ddnewsportal.com
Paonta Sahib: समाजसेवी आर पी तिवारी ने किया काव्य संग्रह चिद् विलास का विमोचन, डाॅ. एनडी डिमरी है लेखक
प्रसिद्ध लेखक आचार्य डाॅ एनडी डिमरी द्वारा लिखे काव्य संग्रह "चिद् विलास" पाठकों के लिए अब उपलब्ध है। इस काव्य संग्रह का विमोचन प्रसिद्ध समाजसेवी एवं अध्यक्ष हिमोत्कर्ष जिला सिरमौर शाखा राजेंद्र प्रसाद तिवारी ने किया। इस मौके पर पुस्तक के लेखक डाॅ डिमरी सहित प्रसिद्ध कवियित्री सावित्री तिवारी "आज़मी" और राजेश डिमरी भी मौजूद रहे। इस पुस्तक का प्रकाशन आज़मी प्रकाशन देवीनगर और मुद्रण पाँवटा प्रिंटर्स द्वारा किया गया है। इसमे पाठकों के लिए काव्य का अनूठा संग्रह पढ़ने को मिलेगा।

पुस्तक के बारे में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए श्री तिवारी ने कहा कि, "महाकवि तुलसीदास जी ने विनय पत्रिका में कहा है कि "तुलसीदास कह चिदविलास जग बुझत-बुझत बूझे" जब महाकवि ने यह कह दिया कि यह बुझते-बुझते ही बुझे तो यह इतना सरल नहीं है। इसे डॉक्टर डिमरी जैसे विद्वान ही आत्मसात करके जनमानस के लिए प्रस्तुत कर सकते है। डॉक्टर नागदत्त डिमरी जी बहुआयामी प्रतिभा के धनी है, उनके जीवन का हर अध्याय बहुत विस्तृत और बेदाग है। जीवन में बहुत कम ऐसे लोग लोग मिलते है जिनकी प्रतिभा का आप लोहा मानते है और हर तरफ से यह लगता है कि यह व्यक्तित्व सम्पूर्णता लिए हुए है। डॉक्टर डिमरी जी का व्यक्तित्व कुछ ऐसा ही है। जैसा कि मैंने पहले भी कहा हैं कि उनकी विद्वता का कोई सानी नहीं है उनकी जितनी पकड़ भाषा पर है उतनी ही आयुर्वेद पर है लेकिन सौम्यता ऐसी है कि वह हमेशा एक विद्यार्थी के रूप में अपने को प्रस्तुत करते है।

प्रस्तुत रचनाग्रन्थ एक अनुपम सोच का परिणाम है जिसमें जीवन की हर विधा का भावनात्मक व काव्यात्मक वर्णन है। प्रकृति को इतनी सूक्षमता से ग्रहण करने वाले काव्य हृदय ने रचनाओं को भावो से सराबोर कर दिया है। यह पढ़ कर सत्य लगता है भगवान राम ने कैसे पेड़-पौधो - नदियों-झरनों, पहाड़ों-खग-मृग से विरह व्यथा कही होगी कैसे उनके साथ संवाद स्थापित किया होगा धन्य हैं डॉक्टर डिमरी। काव्य के माध्यम से संबंधो को बहुत ही मार्मिक रूप से वर्णित किया गया है, माँ सरस्वती की कृपा से शब्दों की ऐसी स्निग्ध फुहार देखने को मिलती है जो अंतरात्मा को तृप्त कर देती है। सम्पूर्ण काव्यग्रंथ पढ़ने के बाद आप को लगेगा कि यह एक योगी की जीवन यात्रा है जिसने हर क्षेत्र में अपनी अधिकारपूर्ण पहल और पकड़ बनाई है कुछ छोड़ा ही नहीं हैं। डॉक्टर डिमरी के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त करने लिए शब्दों से मैं अकिंचन हो जाता हूँ, उन्हें शत्-शत् नमन और उनके स्नेह की आकांक्षा रखते हुए कृतार्थ हो जाता हूँ। इस काव्यग्रन्थ के लिए हमारी हार्दिक शुभकामनायें। डॉक्टर डिमरी जी के स्वस्थ्य जीवन की कामना करता हूँ जिससे उनका आशीर्वाद समाज को नई प्रेरणा और सार्थक संदेश देता रहे।"