Him Care News: PGI चंडीगढ़ में मरीजों काे नही मिल रहा हिमकेयर कार्ड से कैशलेस लाभ, 6-6 महीने से बिल लटके... ddnewsportal.com

Him Care News: PGI चंडीगढ़ में मरीजों काे नही मिल रहा हिमकेयर कार्ड से कैशलेस लाभ, 6-6 महीने से बिल लटके... ddnewsportal.com

Him Care News: PGI चंडीगढ़ में मरीजों काे नही मिल रहा हिमकेयर कार्ड से कैशलेस लाभ, 6-6 महीने से बिल लटके...

हिमाचल प्रदेश का सबसे नजदीक बड़ा स्वास्थ्य संस्थान पीजीआई चंडीगढ़ में भर्ती होने वाले मरीजों काे हिमकेयर कार्ड से कैशलेस लाभ नहीं मिल रहा है। हालात यह है कि उपचार करवाने के लिए मरीज के तीमारदारों को जेब से हजारों-लाखों रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं। ऑपरेशन से लेकर दवाओं के लिए भी हजारों रुपये देकर उपचार मिल रहा है। ऐसे में मरीजों को काफी परेशानी का सामना भी करना पड़ रहा है।


हिमकेयर कार्ड का मौके पर कोई फायदा मरीज को नहीं मिल रहा है। पीजीआई के हिमकेयर कार्यालय में तीमारदार भी पहले उपचार करवाने की सलाह दी जाती है और बाद में सभी बिल जमा करवाने के लिए कहा जा रहा है। कई बार तीमारदारों को पहले उपचार के लिए एस्टिमेट लेना पड़ता है। इसके लिए भी तीमारदारों को धक्के खाने पड़ रहे हैं। बताया जा रहा है कि इस प्रकार की दिक्कत बीते छह से सात माह से है। इससे पहले उपचार के साथ ही मरीज को हिमकेयर कार्ड का फायदा मिलना शुरू हो जाता था। इसमे खास बात यह थी कि पांच लाख के इलाज के लिए मरीज को हिमकेयर कार्ड से पैसा खर्च करना पड़ता था। इन दिनों मरीजों को इसका सीधे तौर पर फायदा नहीं मिल पा रहा है। मरीज को छुट्टी मिलने के बाद जब तीमारदार खर्च वापस लेने के लिए बिल जमा करवाने जाते हैं तो पीजीआई के धक्के खाने पड़ते हैं।
बता दें कि हिमाचल प्रदेश से गंभीर मरीजों को पीजीआई रेफर किया जाता है। मरीज को हिमकेयर से उपचार करवाने में समस्या झेलनी पड़ रही है। इसका स्थायी समाधान नहीं निकल पा रहा है। पाँवटा साहिब के भी एक मरीज के साथ यही दिक्कत सामने आ रही हैं। कीमो और सर्जरी के बिल 6 माह से लगातार जमा किए गा रहे हैं लेकिन हिमकेयर से कैशलेस लाभ अभी तक नही मिल रहा है। सरकार ने यह योजना इसलिए शुरू की थी कि गरीब परिवार को बीमारी के समय सीधा 5 लाख रुपये तक का निशुल्क उपचार मिलेगा। इस योजना में अधिकांश वही लोग जुड़ें है जिनको बीमारी के उपचार के लिए पैसों की किल्लत रहती है। ऐसे में ऐसे वर्ग को सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। 
उधर, इस बारे को-ऑडिनेटर, हिमकेयर योजना देवेंद्र कुमार ने बताया कि पीजीआई चंडीगढ़ में तैनात कर्मचारियों को निर्देश दिए हैं कि वे चिकित्सकों से मरीज के उपचार का पूर्व एस्टिमेट लें और तुरंत कागज बनाकर कार्यालय भेजें। उपचार के बाद बिल देने के मामले में भी कर्मचारी को मरीजों की सहायता के लिए कहा गया है।